नागरिकता साबित करने के लिए चाहिए होंगे ये 2 नए दस्तावेज – जानिए नए जरूरी दस्तावेज Citizenship Proof Documents

By Prerna Gupta

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Citizenship Proof Documents

Citizenship Proof Documents – अब तक हममें से ज़्यादातर लोग यही मानते थे कि अगर हमारे पास आधार कार्ड, पैन कार्ड या राशन कार्ड है, तो हम भारतीय नागरिक हैं। लेकिन अब सरकार ने 2025 में एक नया नियम लागू कर दिया है, जिससे ये सोच बदलने वाली है। अब इन दस्तावेजों से आप अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाएंगे। जी हां, अब नागरिकता का सबूत देने के लिए सिर्फ दो ही दस्तावेज मान्य होंगे और बाकी सभी केवल पहचान पत्र के तौर पर माने जाएंगे।

नया नियम क्यों लाया गया है?

सरकार का कहना है कि देश में फर्जी नागरिकता के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे थे। कई बार लोग सिर्फ आधार या राशन कार्ड के सहारे खुद को भारत का नागरिक साबित करने की कोशिश करते थे। लेकिन ये दस्तावेज असल में नागरिकता का प्रमाण नहीं देते। इसीलिए केंद्र सरकार ने 2025 में यह साफ कर दिया कि अब केवल दो दस्तावेज ही ऐसे हैं जिनसे कोई भी अपनी नागरिकता का पक्का सबूत दे सकता है।

अब कौन से दो दस्तावेज चलेंगे?

अगर आपको किसी सरकारी योजना का लाभ लेना है या किसी कानूनी प्रक्रिया में अपनी नागरिकता साबित करनी है, तो आपके पास नीचे दिए गए दस्तावेज़ों में से कम से कम एक ज़रूर होना चाहिए:

  1. जन्म प्रमाण पत्र – यह दिखाता है कि आपका जन्म भारत में हुआ है।
  2. डोमिसाइल सर्टिफिकेट या नागरिकता प्रमाणपत्र – इससे पता चलता है कि आप लंबे समय से भारत में रह रहे हैं और यही आपकी स्थायी नागरिकता का सबूत है।

इनमें से कोई एक दस्तावेज अगर आपके पास नहीं है, तो भविष्य में सरकारी योजनाओं या सरकारी दफ्तरों में पहचान करवाना मुश्किल हो सकता है।

अब आधार, पैन और राशन कार्ड क्यों नहीं मान्य होंगे?

अब सवाल उठता है कि जिन दस्तावेजों को हम सालों से जरूरी मानते आए हैं, वो अब क्यों नहीं चलेंगे? इसका जवाब भी सरकार ने साफ कर दिया है।

  • आधार कार्ड सिर्फ एक यूनिक नंबर है जो किसी की पहचान बताता है, लेकिन इससे ये साबित नहीं होता कि व्यक्ति भारत का नागरिक है या नहीं।
  • पैन कार्ड टैक्स से जुड़ा दस्तावेज है, और इसका उद्देश्य केवल इनकम टैक्स से जुड़ी जानकारियां देना है।
  • राशन कार्ड राज्य सरकारें देती हैं ताकि लोगों को सस्ते में अनाज मिल सके, लेकिन इसका नागरिकता से कोई सीधा लेना-देना नहीं है।

सबसे ज्यादा दिक्कत किन्हें हो सकती है?

ये बदलाव खासकर उन लोगों के लिए चुनौती बन सकता है जिनके पास जरूरी दस्तावेज नहीं हैं। जैसे:

  • ऐसे प्रवासी मजदूर जो एक जगह से दूसरी जगह काम की तलाश में जाते रहते हैं और जिनके पास कोई स्थायी दस्तावेज नहीं है।
  • बुजुर्ग जिनका जन्म घर पर हुआ और कभी जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनवाया गया।
  • ग्रामीण या झुग्गी बस्ती में रहने वाले लोग जिनके पास अब तक कोई डोमिसाइल सर्टिफिकेट नहीं है।
  • सीमावर्ती इलाकों के लोग, जहां फर्जी दस्तावेजों से नागरिकता लेने के मामले सामने आते रहे हैं।

अगर आपके पास जरूरी दस्तावेज नहीं हैं तो क्या करें?

अगर अभी आपके पास जन्म प्रमाण पत्र या डोमिसाइल सर्टिफिकेट नहीं है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन हां, जल्द से जल्द जरूरी कागज़ बनवाने की प्रक्रिया शुरू कर दें।

  • सबसे पहले अपने ग्राम पंचायत या नगर निगम में जाएं और पुराने रिकॉर्ड्स के आधार पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाएं।
  • अगर कोई रिकॉर्ड नहीं मिलता, तो आप एक हलफनामा (affidavit) बनवा सकते हैं जिसमें यह बताया जाए कि आप कब से भारत में रह रहे हैं।
  • डोमिसाइल सर्टिफिकेट के लिए अपने जिले के तहसील कार्यालय में आवेदन करें। यहां आपको निवास प्रमाण और कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।

कब से लागू हो रहा है यह नियम?

सरकार ने यह नियम 2025 में लागू कर दिया है और इसके तहत सभी राज्यों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। हालांकि, अलग-अलग राज्यों में प्रक्रिया थोड़ी अलग हो सकती है, इसलिए अपने जिले के लोकल ऑफिस या सरकारी वेबसाइट से सही जानकारी जरूर लें।

यह नया नियम उन लोगों के लिए चेतावनी है जो अब तक केवल आधार या पैन कार्ड के सहारे सरकारी योजनाओं का लाभ लेते आ रहे थे। अब हर जगह नागरिकता के सही दस्तावेज मांगे जाएंगे। इसलिए यह जरूरी हो गया है कि अगर आपके पास जन्म प्रमाण पत्र या डोमिसाइल सर्टिफिकेट नहीं है, तो उसे जल्द से जल्द बनवाएं।

आगे चलकर यह नियम न सिर्फ सरकारी योजनाओं में लागू होगा बल्कि स्कूल, कॉलेज, पासपोर्ट, नौकरी और बाकी सभी जरूरी कामों में भी यही दस्तावेज मांगे जाएंगे। तो देर मत कीजिए, आज ही अपने दस्तावेज पूरे कीजिए और भविष्य की परेशानी से बचिए।

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