Pension New Rule – मंगलवार, 13 मई को भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में एक खास कैबिनेट बैठक हुई जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए। लंबे समय से पेंशनर्स एक बड़ी मांग कर रहे थे, जो अब जाकर पूरी हुई है। अब अगर किसी पेंशनधारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसकी आश्रित और अविवाहित बेटी को भी परिवार पेंशन मिलेगी। ये फैसला उन बेटियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है जो अपने माता-पिता पर निर्भर थीं।
सिर्फ यही नहीं, इस बैठक में कई और अहम मुद्दों पर चर्चा हुई – जैसे गेहूं खरीदी की स्थिति, धार्मिक स्थलों का विकास, युवाओं को रोजगार देने के प्लान और इंदौर में होने वाले अगले सम्मेलन की तैयारी।
पेंशनर्स को बड़ी राहत
सबसे बड़ी घोषणा रही परिवार पेंशन से जुड़ी। अब तक सिर्फ विधवा पत्नी या बेटे को पेंशन मिलती थी, लेकिन अब नियमों में बदलाव करके यह भी तय किया गया है कि अगर कोई बेटी अविवाहित है और अपने माता-पिता पर आर्थिक रूप से निर्भर है, तो उसे भी यह पेंशन दी जाएगी। पेंशनर्स पिछले 14 सालों से इस नियम में बदलाव की मांग कर रहे थे, जो अब जाकर पूरी हुई।
गेहूं खरीद पर फोकस
बैठक में गेहूं की खरीदी को लेकर भी रिपोर्ट पेश की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि 5 मई तक करीब 9 लाख किसानों से 77 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। इसमें से 74 लाख मीट्रिक टन का भंडारण किया जा चुका है। किसानों को 18,471 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है और बाकी रकम का भुगतान भी जल्द कर दिया जाएगा।
महाराष्ट्र के साथ समझौता
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सरकार के बीच एक एमओयू साइन हुआ है, जिसका मकसद दोनों राज्यों के बीच रोजगार, संस्कृति और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। भविष्य में मिलकर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
धार्मिक धरोहरों का विकास
सरकार अब धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को संवारने में भी जुट गई है। खासकर प्रदेश के सभी ज्योतिर्लिंगों को एक साथ जोड़ने के लिए एक धार्मिक सर्किट तैयार किया जाएगा, जिससे भक्तों को एक ही यात्रा में इन सभी स्थानों के दर्शन का मौका मिल सके। साथ ही, भगवान श्रीकृष्ण के कर्मस्थलों पर भी विकास कार्य होंगे, जहां उन्होंने पाप और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई थी।
नाथ परंपरा और अहिल्या बाई की जयंती
सरकार ने नाथ परंपरा को बढ़ावा देने और उसके संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। साथ ही, देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती के मौके पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर ‘विजन 2047’ नाम का एक प्लान भी पेश किया जाएगा, जिसमें राज्य के आने वाले 25 सालों का रोडमैप तय किया जाएगा।
युवाओं को मिलेगा रोजगार
बैठक में यह भी बताया गया कि 16 मई को इंदौर में रीजनल टेक्सटाइल एक्सपो का आयोजन किया जाएगा। इसका मकसद युवाओं को रोजगार के अवसर देना है। खासकर 10वीं और 12वीं पास छात्रों को यहां अच्छी नौकरियां मिल सकती हैं।
हाई स्पीड मेट्रो और खेलों में उपलब्धि
राज्य में जल्द ही हाई स्पीड मेट्रो ट्रेन के कोचेस बनाए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के सहयोग से चल रहा है। खेलों की बात करें तो मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। हाल ही में हुए खेलो इंडिया गेम्स में राज्य के खिलाड़ियों ने 9 गोल्ड, 5 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर छठवां स्थान हासिल किया है।
हाथियों से निपटने की खास योजना
जंगली हाथियों से प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों को विशेष प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। इसके लिए सरकार ने 47 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस योजना से ग्रामीणों को सुरक्षित रहने में मदद मिलेगी और हाथियों से होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकेगा।
इंदौर में अगली कैबिनेट बैठक
20 मई को इंदौर में अगली कैबिनेट बैठक रखी गई है, जिसमें ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर विशेष चर्चा होगी। ये दस्तावेज़ राज्य के विकास को लेकर भविष्य की पूरी रणनीति तय करेगा।
इस बार की कैबिनेट बैठक सिर्फ कागजी घोषणाओं तक सीमित नहीं रही। जिन मुद्दों पर लोग सालों से उम्मीद लगाए बैठे थे, उन पर अब ठोस फैसले लिए गए हैं। खासकर पेंशनर्स और बेरोजगार युवाओं के लिए यह बैठक कई मायनों में राहतभरी रही। अब देखना ये होगा कि इन फैसलों को जमीनी स्तर पर कितनी तेजी से लागू किया जाता है।