Personal Loan Rule : अगर आप आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं और समय पर लोन की EMI नहीं चुका पा रहे हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ समझदारी भरे कदम उठाकर आप इस मुश्किल से बाहर निकल सकते हैं।
सबसे जरूरी बात यह है कि एक लोन चुकाने के लिए दूसरा लोन लेने से बचें, क्योंकि इससे आप कर्ज के चक्रव्यूह में फंस सकते हैं। आइए जानते हैं कि क्या करें जब EMI देना मुश्किल हो जाए।
1. तुरंत बैंक से संपर्क करें
अगर आपकी आय में कमी आई है या आप किसी वित्तीय परेशानी से जूझ रहे हैं, तो सबसे पहले अपने बैंक या एनबीएफसी से संपर्क करें। उन्हें अपनी स्थिति खुलकर बताएं और EMI भुगतान में कुछ समय के लिए राहत की मांग करें। बैंक आपकी स्थिति समझकर कुछ महीनों का मोरेटोरियम (EMI टालने की सुविधा) दे सकता है या किस्तों को आगे बढ़ा सकता है।
2. लोन रीस्ट्रक्चरिंग का विकल्प
यदि आपकी वित्तीय स्थिति लंबे समय तक ठीक नहीं रहने वाली है, तो आप लोन रीस्ट्रक्चरिंग का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें बैंक आपकी लोन की शर्तों में बदलाव करता है, जैसे:
- EMI की रकम कम कर दी जाती है
- लोन चुकाने की अवधि बढ़ा दी जाती है
उदाहरण के लिए, अगर आपने 5 साल के लिए 5 लाख का लोन लिया और 3 साल तक समय पर EMI दी है, लेकिन अब आर्थिक दिक्कत है, तो बैंक बाकी राशि को चुकाने के लिए आपको 3 की बजाय 5 साल तक का समय दे सकता है।
3. बैलेंस ट्रांसफर कराएं
बैलेंस ट्रांसफर (Balance Transfer) के जरिए आप अपने मौजूदा लोन को किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं, जहां ब्याज दर कम हो। इससे EMI भी कम हो जाती है और आपको कुछ अतिरिक्त फंड भी मिल सकता है।
यह सुविधा क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन दोनों के लिए उपलब्ध होती है। लेकिन ध्यान रखें कि सभी बैंक NBFC से लिए गए लोन को ट्रांसफर करने की अनुमति नहीं देते। इसलिए, शर्तें पढ़कर ही फैसला करें।
4. वन टाइम सेटलमेंट का विकल्प
अगर आपकी स्थिति बेहद खराब है और आप लगातार EMI चुकाने में असमर्थ हैं, तो बैंक वन टाइम सेटलमेंट (OTS) का विकल्प दे सकता है। इसमें बैंक आपसे बकाया राशि का एक हिस्सा लेकर बाकी कर्ज माफ कर सकता है।
उदाहरण के तौर पर, अगर आपके ऊपर 1 लाख का बकाया है, तो बैंक 50,000 रुपये में सेटलमेंट की पेशकश कर सकता है। आपको यह रकम एक सप्ताह के अंदर चुकानी होती है।
हालांकि, ध्यान दें कि सेटलमेंट का असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है, जिससे भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो सकता है।
5. समझदारी से लें वित्तीय फैसले
कर्ज चुकाना आपकी जिम्मेदारी है, लेकिन अगर किसी वजह से आप असमर्थ हैं तो सही समय पर सही कदम उठाएं। बिना जानकारी के नया लोन लेना या भुगतान को टालते रहना आपकी समस्या को और बढ़ा सकता है। इन उपायों की मदद से आप धीरे-धीरे फिर से अपने कर्ज को कंट्रोल में ला सकते हैं।